मुश्किल है अपना मेल प्रिये, यह प्यार नहीं है खेल प्रिये |
मुश्किल है अपना मेल प्रिये,
यह प्यार नहीं है खेल प्रिये |
तुम संबित पात्रा की फॉलोवर हो,
मैं कन्हैया का अदना-सा फैन प्रिये |
मुश्किल है अपना प्रेम प्रिये,
ये प्यार नहीं है खेल प्रिये | १ |
तुम पतंजलि दन्त कान्ति सी,
मैं कोयले की राख प्रिये |
मुश्किल है अपना मेल प्रिये,
यह प्यार नहीं है खेल प्रिये | २ |
तुम मनमोहक मोरनी की जैसी,
मैं काला कुरूप करैत प्रिये |
मुश्किल है अपना मेल प्रिये,
यह प्यार नहीं है खेल प्रिये | ३ |
तू मनुस्मृति की प्यासी हो ,
मैं अन्निहिलेशन ऑफ़ कास्ट की व्यथा प्रिये |
मुश्किल है अपना मेल प्रिये,
यह प्यार नहीं है खेल प्रिये | ४ |
तुम हल्दीराम की मिठाई हो,
मैं ठेले का चाट प्रिये |
मुश्किल है अपना मेल प्रिये,
यह प्यार नहीं है खेल प्रिये | ५ |
तुम पिज़्ज़ा और बर्गर हो,
मैं दाल भात और चोखा प्रिये |
मुश्किल है अपना मेल प्रिये,
यह प्यार नहीं है खेल प्रिये | ६ |
तुम सच्चे प्रेम की शान हो ,
मैं झूठ का अम्बार प्रिये |
मुश्किल है अपना मेल प्रिये,
यह प्यार नहीं है खेल प्रिये | ७ |
मैं दीप हूँ करूँ रौशन जग को,
तुम पटाखे का शोर प्रिये|
मुश्किल है अपना मेल प्रिये,
यह प्यार नहीं है खेल प्रिये | ८ |
यह कविता डॉ. सुनील जोगी जी की बहुचर्चित कविता ये प्यार नहीं है खेल प्रिये से प्रेरित है| मजाक मजाक में तुकबंदी करके यह कविता तैयार हो गयी है जिसमे रितेश कुमार (Weather वाणी ) और सुधांशु कुमार (sidWanshu) का योगदान है| इन सभी छंदो को पूरा करने में कोई न कोई प्रेरणाश्रोत रहा है उन सभी लोगो को आभार | ये सभी छंदो को YourQuote App पर प्रकशित किया गया है और पाठकों और श्रोताओं द्वारा सराहा गया है
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